आज तो काट लूँ किसी तरह मुसीबतों से भरे दिन ! आज तो काट लूँ किसी तरह मुसीबतों से भरे दिन !
उधर रात सुबकती रही देहरी पर नव-ब्याहता की विदाई-सी रुलाई लिए। अब सूरज को शास्त्र क उधर रात सुबकती रही देहरी पर नव-ब्याहता की विदाई-सी रुलाई लिए। अब सूरज क...
सारी बात तेरी बात इसमें मेरी क्या औकात। सारी बात तेरी बात इसमें मेरी क्या औकात।
उस पल भी मेरे दोस्त ! न कर कोई गम। उस पल भी मेरे दोस्त ! न कर कोई गम।
पूछता हूं माँ से एक ही सवाल हर रात, क्यूँ नहीं है अब वही पहले वाली बात ? पूछता हूं माँ से एक ही सवाल हर रात, क्यूँ नहीं है अब वही पहले वाली बात ?
चाहे तू कहे मुझे भगवान, खुदा या ईश्वर,पर मैं सिर्फ तेरा ख्वाब हूँ। चाहे तू कहे मुझे भगवान, खुदा या ईश्वर,पर मैं सिर्फ तेरा ख्वाब हूँ।